खुद को इतना भी ना बचाया
कर ,
बारिशे हुआ करे तो भीग
जाया कर.... !!💜💛💚
कभी बेपनाह बरस पड़ी
कभी गुम सी है ..
यह बारिश भी कुछ-कुछ
तुम सी है ...!!💜💛💚
कल धूप से परेशान, आज
तकलीफ बारिश से!
शिकायतें बेशुमार है ,
इंसान की आदत में...!!💜💛💚
साथ भीगे बारिश में ये
अब मुमकिन नहीं
चलो देखते हैं यादों में
तुम कहीं... मैं कहीं...!!💚💛💜
कोई रंग नहीं होता बारिश
के पानी में,
फिर भी फिजा को रंगीन
बना देता है....!!💚💛💜
जिंदगी में कुछ ख्वाहिशें
बारिश की उन बूंदों की तरह होती है ,
जिन्हें पाने के लिए हथेलियां
तो भीग जाती है
लेकिन हाथ हमेशा खाली,
रह जाते हैं..... !!💚💛💜
यह बारिश जरा थम के बरस
जब मेरा यार आ जाए तो जम के
बरस......
पहले ना बरस कि वह आ न सके ,
फिर इतना बरस कि वह जा ना सके... !!💚💛💜
तुम बारिश की तरह हो प्यार तो करो मुझसे ,
मैं मुंबई की तरह डूब ना गया तब कहना !!💚💛💜
हवा चुरा ले गई थी,
मेरी ग़ज़लों की किताब
देखो आसमां पढ़कर रो रहा है ,
और नासमझ जमाना खुश है.....
कि बारिश हो रही है... !!💚💛💜
बारिश और मोहब्बत दोनों ही
यादगार होते हैं....
बारिश में जिस्म भीगता है
और मोहब्बत में आंखें ... !!💚💛💜
छाता और दिमाग तभी
काम करते हैं .. जब वह खुले हो...
बंद होने पर
दोनों बोझ लगते हैं ...!!💚💛💜
मौसम- ए -इश्क- है
तू जिंदगी में
एक कहानी बन के आ.....
भिगो दे जो मेरी रूह को...
तू वह बूंद पानी की
बन के आ.....!!💚💛💜
पूछते थे ना कितना प्यार है
तुम्हें हम से,
लो अब गिन लो बारिश की
ये बूंदे...!!💚💛💜
ये बेमौसम बरसात यूं ही नहीं है,
बादलों ने आज रात जरूर किसी ,
का अधूरा किस्सा सुना होगा !!💚💛💜
वाह.....
मौसम आज तेरी अदा पर दिल खुश हो गया
याद मुझे उनकी आई और बरस तू गया....!!💚💛💜
बता किस कोने में,
सुखाऊ तेरी यादें,
बरसात बाहर भी है,
और भीतर भी है.....!!💚💛💜
बारिश की बूंदों को
छातो से रोका न करो ,
बेचारी बहुत दूर से,
तुमसे मिलने आती है....!!💚💛💜
मन खुश है,
तो एक बूंद भी बरसता है,
दुखी मन के आगे
समंदर की भी क्या
औकात है...!!💚💛💜
खुद को इतना
भी ना बजाया कर
बारिश हुआ हो तो
भीग जाया कर....!!💚💛💜
मजा आता है बारिश में,
उसके इंतजार में;
और जब देर वह आती है ,
तो गले लगा कर कहती है....
सॉरी बाबू बारिश तेज थी...!!💚💛💜
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मी आपली काय मदत करू शकतो ?